अपनी ख्वाहिशों में लिप्त जमाना दिखाई देता है, सेवा करता कहाँ, कुदरत का हर पल दिखाई देता है। अपनी ख्वाहिशों में लिप्त जमाना दिखाई देता है, सेवा करता कहाँ, कुदरत का हर पल दि...
ये अधूरापन ख़तम होगा क्या..? कब आयेगी पूर्णता। ये अधूरापन ख़तम होगा क्या..? कब आयेगी पूर्णता।
एक पुरुष उतना ही पाने लगता है जितना एक स्त्री खोने लगती है एक पुरुष उतना ही पाने लगता है जितना एक स्त्री खोने लगती है
ओ मेरी अपूर्ण सी जिंदगी मैं तुझ से शिकायत नहीं करती तेरी अपूर्णताओं की। ओ मेरी अपूर्ण सी जिंदगी मैं तुझ से शिकायत नहीं करती तेरी अ...
माटी के खिलौने -सी सखी, कब तक यूँ ही चुप रहोगी । माटी के खिलौने -सी सखी, कब तक यूँ ही चुप रहोगी ।
पार तुम अवतार तुम गीता का हर सार तुम ! पार तुम अवतार तुम गीता का हर सार तुम !